आनंद ताम्रकार
बालाघाट २३ मई ;अभी तक ; जिले के दक्षिण सामान्य वनमंडल के लालबर्रा परिक्षेत्र में स्थित नवेगांव (1) में विगत 20 मई की रात्रि में एक वयस्क नर चीतल का शिकार करने का मामला प्रकाश में आया है।
लालबर्रा वन परिक्षेत्र के रेंजर हर्षित सक्सेना ने अवगत कराया की शिकारियों ने वन प्राणियों के लिये बनाये गये जलकुण्ड में यूरिया मिलाया जिसका पानी पीकर चीतल बेहोष हो गया उसके बाद उसको कुल्हाडी और चाकू से वार कर उसे मार डाला। उन्होने अवगत कराया की जानकारी मिलते ही वनअमले के द्वारा मौके से 7 आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया वहीं एक आरोपी फरार हो गया है जिसकी तलाश की जा रही है।
गिरफ्तार आरोपियों में गणेश यादव 45 वर्ष,आनंद गोंड 25,कृष्णकुमार 36,राकेश 26,श्यामराव 40,धर्मेन्द्र कतिया 30, मोहनलाल 52 सभी निवासी खैरगोंदी तथा चिचगांव निवासी है। एक अन्य फरार व्यक्ति के खिलाफ भी वन्य प्राणी संरक्षण अधिनियम 1972 की धारा 2,9,39,52,57 के तहत मामला पंजीबद्ध कर लिया है।
रेंजर सक्सेना ने बताया की नवेगांव के जंगल में 8 लोगों ने इस घटना को अंजाम दिया तथा नर चीतल का षिकार कर उसका मांस बोरियों भरकर ले जाने की तैयारी में थे तभी वनअमले ने आरोपियों की घेराबंदी की और उन्हें मौके से धरदबोचा आरोपियों के पास से चीतल का मांस 2 कुल्हाडी, 2 चाकू बरामद किये गये है। पकडे गये 7 आरोपियों को न्यायालय में प्रस्तुत किया गया जहां से उन्हें जेल भेज दिया गया है।
इस घटना के प्रकाष में आने के बाद रेंजर श्री हर्शित सक्सेना ने आमजनता से अपील करते हुये कहा की लालबर्रा वनपरिक्षेत्र के आसपास के जंगलों में दुर्लभ वन्यप्राणियों का विचरण होता है उनके प्रति हमें संवेदनषील होना चाहिये वनविभाग अवैध षिकार करने वालों के प्रति किसी को भी नही छोडेगा उन्होने यह भी कहा की सोनेवानी वन्यप्राणी अनुभव क्षेत्र में वनप्राणियों की संख्या में बढौत्तरी हुई है इसकी आड़ में असामाजिक तत्व अवैध षिकार की घटना को अंजाम देने की फिराक में रहते है मृत नर चीतल जिसकी उम्र 7 वर्श रही होगी उसका षिकार किया गया उसके सिंग और खाल को भी बारिकी से निकाला गया इस तरह की निर्ममता को नजरअंदाज नही किया जा सकता।


