⏩ जनसंपर्क विभाग के अधिकारी और कर्मचारियों की हड़ताल से सरकार की ब्रांडिंग पर असर
⏩ एक दिन की स्ट्राइक से कई समाचार पत्र पत्रिकाओं पर भी प्रभाव
रघु मालवीय
मध्यप्रदेश जनसंपर्क विभाग के अधिकारियों और कर्मचारियों की कलम बंद हड़ताल की वजह से आज मुख्यमंत्री मोहन यादव के श्योपुर सहित अन्य कार्यक्रमों के प्रचार-प्रसार पर गहरा प्रभाव पड़ा है, वहीं अधिकांश दैनिक समाचार पत्र जो जनसंपर्क संचालनालय द्वारा जारी समाचार और फोटो पर आश्रित रहते हैं, उन्हें भी परेशानी का सामना करना पड़ा है।
मप्र जनसंपर्क विभाग के अधिकारी और कर्मचारी मुख्यमंत्री मोहन यादव के प्रशासनिक फेरबदल के विरोध में अचानक सामूहिक रूप से कलमबंद हड़ताल पर चले गए। हड़ताल के चलते समूचा सरकारी सूचनातंत्र ठप्प हो गया। जनसंपर्क विभाग के कर्मचारियों का आरोप है कि सरकार की नई पद-स्थापना नीति में जनसंपर्क विभाग के कैडर पदों पर आईएएस और राज्य प्रशासनिक सेवा के अधिकारियों को बैठाया जा रहा है,जो अनुचित है, सरकार का यह कदम सुनियोजित तरीके से विभाग की कैडर आधारित संरचना को समाप्त करने जैसा है। साथ ही हड़ताल पर उतरे कर्मचारियों का कहना है कि जनसंपर्क विभाग की अपनी कैडर लाइन है, बाहरी अधिकारियों की नियुक्तियां हमारी भूमिका और भविष्य दोनों को खत्म कर देगी। हड़ताल का असर प्रदेशभर में देखने को मिला।


