दीपक शर्मा
पन्ना: २ मई ;अभी तक ; त्रि-स्तरीय पंचायत राज व्यवस्था को प्रभावी एवं उद्देश्यपरक बनाने की दिशा में जनप्रतिनिधि एवं अधिकारी बेहतर समन्वय के साथ कार्य करें। सभी जनहितैषी विकास कार्यों की उपयोगिता भी निरंतर बनी रहे। ग्राम पंचायतें स्वयं विकास की कार्ययोजना तैयार कर तरक्की की दिशा में आगे बढ़ें। पंचायत एवं ग्रामीण विकास तथा श्रम मंत्री प्रहलाद सिंह पटेल ने यह बात पन्ना विकासखंड की ग्राम पंचायत इटवांखास के बंदरखोह में शुक्रवार को आयोजित पंच-सरपंच सम्मेलन एवं जल गंगा संवर्धन अभियान के तहत नदी पूजन कार्यक्रम को संबोधित करते हुए कही।
उन्होंने कहा कि सभी ग्राम पंचायतों में स्वयं का पंचायत भवन और वैवाहिक एवं धार्मिक कार्यक्रमों के लिए सामुदायिक भवन का निर्माण कराया जाएगा। साथ ही पांच हजार से अधिक आबादी वाली ग्राम पंचायतों में 2 सामुदायिक भवन की स्वीकृति भी मिलेगी। कैबिनेट मंत्री श्री पटेल ने कहा कि सभी सरपंच अपने अधिकारों के साथ कर्त्तव्यों के प्रति भी जागरूक रहकर जिम्मेदार बनें। पंचायत के सभी विकास कार्यों को समय पर पूर्ण कराएं। ग्राम विकास की बेहतर कार्ययोजना तैयार कर क्रियान्वयन कराएं।
मंत्री ने जानकारी दी कि नवीन प्रावधान अनुसार अब तीन मंजिला पंचायत भवनों का निर्माण भी कराया जा सकेगा। सरपंचों को 25 लाख रुपए तक के वित्तीय अधिकार प्रदान किए गए हैं। भविष्य में जिला और जनपद पंचायत के भवन भी आगामी 50 वर्ष की आवश्यकताओं के मुताबिक तैयार किए जाएंगे। यहां रिकार्ड रूम का भी बेहतर तरीके से संधारण हो सकेगा। वर्ष 2026 तक आवास प्लस योजना में सर्वे के माध्यम से आवास से वंचित सभी ग्रामीण परिवारों को स्वयं के पक्के आवास की सुविधा भी मिलेगी। उन्होंने सभी सरपंच और पंचायत प्रतिनिधियों से विकास कार्यों के लिए तेजी के साथ काम करने की आदत विकसित करने की सलाह भी दी। साथ ही पंचायत को आवंटित राशि का सदुपयोग करने की नसीहत देते हुए आगामी एक अप्रैल 2026 से 16वें वित्त आयोग से मिलने वाली राशि से विकास कार्यों के लिए कार्ययोजना बनाने के लिए भी कहा।


