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    एमपी से राजस्थान जाकर पकड़ा लिंग परीक्षण गिरोहः फर्जी डॉक्टर अल्ट्रासाउंड मशीन से करता था अवैध जांच

    देवेश शर्मा
    मुरैना  3 मई ;अभी तक ;   मुरैना और ग्वालियर के स्वास्थ्य विभाग की टीम ने कल शाम राजस्थान के धौलपुर में भ्रूण लिंग परीक्षण और अवैध गर्भपात के एक गिरोह को पकड़ा है। सरगना फर्जी डॉक्टर पंकज तिवारी को गिरफ्तार किया गया। आरोपी मुरैना हड़वांशी का निवासी है और लिंग परीक्षण के लिए पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन का इस्तेमाल करता था। उसके साथ एक अन्य को भी हिरासत में लिया है।
    उल्लेखनीय है कि अवैध गर्भपात के पंजीबद्ध एक अन्य मामले में आरोपी फर्जी डॉक्टर बीते छै साल से फरार चल रहा था।बकौल स्वास्थ्य अधिकारी डॉ बिंदु सिंहल फर्जी डॉक्टर पंकज 2019 में ग्वालियर सीपी कॉलोनी मुरार में रंगे हाथ पकड़ा था,लेकिन तब वह अचानक पुलिस को चकमा देकर भाग निकला था।उसका फरारी में न्यायालय में चालान पेश हुआ था।
    स्वास्थय विभाग ने बताया कि ग्वालियर की समाजसेविका मीना शर्मा को मुरैना जिले में भ्रूण लिंग परीक्षण और अवैध गर्भपात का रैकेट चलने की सूचना मिली थी। उन्होंने इसकी शिकायत संभाग आयुक्त से की। इसके बाद ग्वालियर की जिला स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. बिंदु सिंघल, डॉ. रश्मि मिश्रा, डॉ. प्रबल प्रताप सिंह और मुरैना की स्वास्थ्य अधिकारी डॉ. अनुभा माहेश्वरी व डॉ. संजय जोशी के नेतृत्व में एक विशेष टीम गठित की गई।
    परीक्षण कराने 20 हजार रुपए मांगे
     गठित टीम के अधिकारी डॉ  अनुभा महेश्वरी ने बताया कि  मामले की तह तक जाने के लिए एक योजना बनाई। मुरैना की आशा कार्यकर्ता सुनीता जाटव, जो इस अवैध काम में दलाली करती थी, से संपर्क किया गया। सुनीता ने भ्रूण लिंग परीक्षण के लिए 20 हजार रुपए मांगे, लेकिन सौदा 18 हजार में तय हुआ। उन्होंने बताया कि
    इसके बाद महिला एवं बाल विकास विभाग की सहायता से एक गर्भवती महिला को इस योजना में शामिल किया गया। टीम की सदस्य डॉ. रश्मि मिश्रा को उस महिला की ननद बनाकर भेजा गया ताकि संदेह न हो।
     उन्होंने बताया कि सुनीता जाटव गर्भवती महिला और डॉ. रश्मि मिश्रा को कार में बैठाकर तीस किलोमीटर दूर धौलपुर , राजस्थान ले गई। धौलपुर के पास मारुति शोरूम के सामने कार रोकी गई, जहां आरोपी फर्जी डॉक्टर पंकज तिवारी पहले से मौजूद था। उसने अपनी कार में गर्भवती महिला को बुलाया और वहीं पोर्टेबल अल्ट्रासाउंड मशीन से भ्रूण लिंग परीक्षण कर दिया। इसके बदले में सुनीता ने पंकज तिवारी को पांच हजार रुपए दिए।उन्होंने बताया कि जैसे ही लिंग परीक्षण हुआ, पहले से सतर्क ग्वालियर और मुरैना की टीम ने तुरंत कार की घेराबंदी की और पंकज तिवारी को पकड़ने की कोशिश की। लेकिन उसने मौके से भागने की कोशिश करते हुए महिला डॉक्टरों पर ही गाड़ी चढ़ाने का प्रयास किया। इस हमले में डॉक्टर बाल-बाल बचीं। अंततः टीम ने कार के शीशे तोड़कर गर्भवती महिला को सुरक्षित बाहर निकाला।इस बीच, सुनीता जाटव 13 हजार रुपए लेकर मौके से फरार हो गई। पंकज तिवारी और उसके ड्राइवर को पकड़कर धौलपुर के सिविल लाइन थाने लाया गया। उन पर पीसीपीएनडीटी एक्ट (पूर्व प्रसव निदान तकनीक निषेध अधिनियम) की धाराओं के तहत मुकदमा दर्ज किया गया है।
    सीएसपी  दीपाली चंदोरिया ने बताया कि भ्रूण लिंग परीक्षण करते हुए मेडिकल टीम ने धौलपुर में फर्जी डॉक्टर पंकज तिवारी और उनके कार चालक को पकड़ा है। सिविल लाइन पुलिस दोनों को मुरैना लेकर आई और दोनों के खिलाफ पीएनडीटी एक्ट की धाराओं के अंतर्गत अपराध दर्ज किया गया है।पुलिस ने मौके से फर्जी डॉक्टर,सोनोग्राफी मशीन, कार व चालक सहित पांच हजार रुपए जप्त किए हैं ।

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