महावीर अग्रवाल
मन्दसौर २३ मई ;अभी तक ; बंद दरवाज़ों के पीछे, जहां अक्सर केवल सन्नाटा होता है, वहां अब सुई-धागे की आवाज़ गूंजती है। तन्हाई में डूबी ज़िंदगियाँ अब उम्मीद के रंग बुन रही हैं। यह कोई कल्पना नहीं, बल्कि जैन सोशल ग्रुप की एक सशक्त और संवेदनशील पहल का सजीव परिणाम है।
संस्था ने हाल ही में स्थानीय जेल में बंद महिला बंदियों को वेजिटेबल्स बैग्स निर्माण कार्य के माध्यम से एक नई राह दिखाई है। महिला बंदियों को वेजिटेबल्स थैली बनाना सिखाने के लिए श्रीमती अनिता विनय धींग ने न केवल प्रशिक्षण उपलब्ध कराया, बल्कि सभी आवश्यक सामग्री भी स्वयं उपलब्ध कराई और बंदी महिलाओं को प्रति बैग मजदूरी भी दी जाएगी और साथ ही महिला प्रशिक्षक की भी व्यवस्था कराई, महिला प्रशिक्षक के लिए ग्राम मैनपुरिया की पिंकी माली व मनीषा माली को प्रशिक्षण का कार्य सौपा गया।
इस दौरान ग्रेटर के संयोजक श्री विमल पामेचा ने संगिनी की पूर्व अध्यक्ष व जेएसजीआईएफ की पूर्व निपुण चेयरपर्सन अनिता विनय धींग की सराहनीय कार्य की प्रशंसा करते हुए कहा कि महिला बंदियों को बैग्स बनाने का जो स्थाई रोजगार जिला जेल में दिया गया वो अपने आप में अनुकरणीय कार्य है। एम पी रीजन को भी इस प्रकार के रोजगार उन्मूलन कार्य को अपने स्थाई प्रोजेक्ट में शामिल करना चाहिए। श्री पामेचा ने कहा कि हमारा उद्देश्य दया नहीं, दिशा देना है। हम चाहते हैं कि ये बंदी महिलाएँ अपनी पहचान पुनः प्राप्त करें। समय समय पर इस सेवा कार्य का ग्रेटर के पूर्व अध्यक्षों व रीजन के पदाधिकारियों द्वारा अवलोकन भी कराया जाएगा।
जिला जेल प्रशासन के जेल अधीक्षक श्री पी के सिंह व जेलर श्री राजेश विश्वकर्मा भी श्रीमती अनिता विनय धींग द्वारा किए गए महिला सशक्तिकरण के इस कार्य से बहुत प्रभावित हुए और इस मानवीय प्रयास को देखकर जेल प्रशासन ने भी खुले दिल से सहयोग किया और इस प्रयास को “पुनर्वास की दिशा में एक अनुकरणीय मॉडल” बताया।
इस अवसर पर ग्रेटर संयोजक श्री विमल पामेचा,ग्रेटर अध्यक्ष श्री दिलीप मेहता,सचिव विनय धींग, कोषाध्यक्ष जय प्रकाश चोपड़ा,सह सचिव श्री उमेश जैन, पूर्व अध्यक्षगण श्री अनिल जैन, श्री महावीर पाटनी, श्री प्रदीप पहाड़िया, श्री महेंद्र जैन, श्री राकेश जैन,श्री प्रदीप डोसी,संगिनी अध्यक्ष श्रीमती नीता मेहता,सचिव श्रीमती कुसुम जैन,सह सचिव श्रीमती सुनीता पहाड़िया, पूर्व अध्यक्ष श्रीमती वंदना भटेवरा, श्रीमती अनिता धींग, श्रीमती उषा पाटनी, श्रीमती कल्पना जैन,श्रीमती सीमा कंकरेचा आदि उपस्थित रहे।
संस्था ने हाल ही में स्थानीय जेल में बंद महिला बंदियों को वेजिटेबल्स बैग्स निर्माण कार्य के माध्यम से एक नई राह दिखाई है। महिला बंदियों को वेजिटेबल्स थैली बनाना सिखाने के लिए श्रीमती अनिता विनय धींग ने न केवल प्रशिक्षण उपलब्ध कराया, बल्कि सभी आवश्यक सामग्री भी स्वयं उपलब्ध कराई और बंदी महिलाओं को प्रति बैग मजदूरी भी दी जाएगी और साथ ही महिला प्रशिक्षक की भी व्यवस्था कराई, महिला प्रशिक्षक के लिए ग्राम मैनपुरिया की पिंकी माली व मनीषा माली को प्रशिक्षण का कार्य सौपा गया।
इस दौरान ग्रेटर के संयोजक श्री विमल पामेचा ने संगिनी की पूर्व अध्यक्ष व जेएसजीआईएफ की पूर्व निपुण चेयरपर्सन अनिता विनय धींग की सराहनीय कार्य की प्रशंसा करते हुए कहा कि महिला बंदियों को बैग्स बनाने का जो स्थाई रोजगार जिला जेल में दिया गया वो अपने आप में अनुकरणीय कार्य है। एम पी रीजन को भी इस प्रकार के रोजगार उन्मूलन कार्य को अपने स्थाई प्रोजेक्ट में शामिल करना चाहिए। श्री पामेचा ने कहा कि हमारा उद्देश्य दया नहीं, दिशा देना है। हम चाहते हैं कि ये बंदी महिलाएँ अपनी पहचान पुनः प्राप्त करें। समय समय पर इस सेवा कार्य का ग्रेटर के पूर्व अध्यक्षों व रीजन के पदाधिकारियों द्वारा अवलोकन भी कराया जाएगा।
जिला जेल प्रशासन के जेल अधीक्षक श्री पी के सिंह व जेलर श्री राजेश विश्वकर्मा भी श्रीमती अनिता विनय धींग द्वारा किए गए महिला सशक्तिकरण के इस कार्य से बहुत प्रभावित हुए और इस मानवीय प्रयास को देखकर जेल प्रशासन ने भी खुले दिल से सहयोग किया और इस प्रयास को “पुनर्वास की दिशा में एक अनुकरणीय मॉडल” बताया।
इस अवसर पर ग्रेटर संयोजक श्री विमल पामेचा,ग्रेटर अध्यक्ष श्री दिलीप मेहता,सचिव विनय धींग, कोषाध्यक्ष जय प्रकाश चोपड़ा,सह सचिव श्री उमेश जैन, पूर्व अध्यक्षगण श्री अनिल जैन, श्री महावीर पाटनी, श्री प्रदीप पहाड़िया, श्री महेंद्र जैन, श्री राकेश जैन,श्री प्रदीप डोसी,संगिनी अध्यक्ष श्रीमती नीता मेहता,सचिव श्रीमती कुसुम जैन,सह सचिव श्रीमती सुनीता पहाड़िया, पूर्व अध्यक्ष श्रीमती वंदना भटेवरा, श्रीमती अनिता धींग, श्रीमती उषा पाटनी, श्रीमती कल्पना जैन,श्रीमती सीमा कंकरेचा आदि उपस्थित रहे।


