महावीर अग्रवाल
मन्दसौर ३ मई ;अभी तक ; श्री दिगम्बर जैन महावीर जिनालय नया मंदिर का 143 वां स्थापना दिवस हर्षोल्लास के साथ मनाया जा रहा है।
यह जानकारी देते हुए जिनालय ट्रस्ट प्रवक्ता श्री भरतकुमार कोठारी ने बताया महावीर जिनालय का स्थापना दिवस दो दिवसीय कार्यक्रमों के साथ आयोजित किया जा रहा है।
शनिवार को प्रथम दिन जिनेन्द्र प्रभु को पालकी में विराजित कर शोभायात्रा निकाली गई। मंदिर परिसर से प्रातः 8.30 बजे शोभायात्रा प्रारंभ हुई जो गणपति चौक, बड़ा चौक, उतारा धानमण्डी, सदर बाजार, घंटाघर होते हुए पुनः मंदिरजी पहुंची जहां श्रीजी का जलाभिषेक व शांतिधारा की गई। पं. श्री आनंदकुमार शास्त्री ने सभी क्रियाएं सम्पन्न कराते हुए कहा कि जिनालय सम्यग्दर्शन की परम्परा को अक्षुण्ण बनाये रखने का स्थान है। प्रत्येक जैन बंधु को नित्य देव दर्शन करना ही चाहिये, क्योंकि मंदिरजी में आकर हम कुछ समय के लिए सांसारिक विकल्पों से निवृत्त होकर जिनेन्द्र प्रभु की उपासना तथा आत्म दर्शन की ओर दृष्टि लगाते हैं। जिनालय में आकर परम शांति का अनुभव करते है।
श्री कोठारी ने बताया आज प्रातः 8 बजे से जिनालय में वर्धमान विधान पूजन का सामूहिक आयोजन किया जाएगा।
शोभायात्रा में स्थान-स्थान पर मार्ग में श्रावकों ने श्रीजी को श्रीफल व अर्घ भेंट किए तथा आरती की। महिलाओं द्वारा भक्ति नृत्य किए गए। इस अवसर पर शांतिधारा का लाभ श्री भूपेन्द्र कोठारी ने लिया। श्री शांतिलाल जयकुमार बड़जात्या परिवार द्वारा प्रभावना वितरित की गई।
आयोजन में सकल दिगम्बर जैन समाज अध्यक्ष अजय बाकलीवाल, मंदिर ट्रस्ट संरक्षक शांतिलाल बड़जात्या, पवनकुमार अजमेरा, अध्यक्ष जयकुमार बड़जात्या, सचिव डॉ. संजय गांधी, निर्मल झांझरी, राजकुमार पाटनी, महावीर पाटनी, प्रदीप पहाडिया, प्रदीप पाटनी, दिनेश जैन कुचडौद, डॉ एस एम जैन, पं. अरविंद जैन, अरविंद मेहता, सुरेश जैन तेल वाला, अजीत बण्डी, डॉ. मनसुखलाल गांधी, अशोक जैन चयन, सुनील पाटनी, विपुल गांधी, रचित जैन, चांदमल काटीवाल, मनोज जैन बनी वाला, आदिश जैन, कीर्ति सेठी, राजेश बडजात्या, जितेन्द्र कोठारी, नरेन्द्र छाजेड, विजय बाकलीवाल,कमल विनायका मनीष पाटनी, संजय पाटनी सचिन पाटनी, अनीत पहाड़िया,संजय कोठारी, अशोक पाटनी, अशोक बड़जात्या, शैंकी पाटनी, सौरभ बडजात्या,कमल झाँझरी, संदीप गाँधी, पदम् पहाड़िया, पंकज काटिवाल, विश्वास कोठारी,मनोज बड़जात्या, धर्मेंद्र कोठारी, अनिल जैन साँवरिया,कांति लाल मिण्डा कैलाश अजमेरा, अशोक अजमेरा, चन्द्रकुमार पाटनी आदि बड़ी संख्या में समाजजन उपस्थित थे।


